Bigg Boss Kannada Contestant Varthur Santhosh Arrested: हाल ही में एक बड़ी ख़बर देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है Bigg Boss Kannada Contestant Varthur Santhosh की गिरफ्तारी की खबर, इस खबर ने लोगों को हिला दिया है l वर्थुर संतोष को गिरफ्तार करने का आखिर में क्या कारण हो सकता है पूरा सच जानने के लिए लिए अंत तक बने रहे l
कौन हैं वर्थुर संतोष?
वर्थुर संतोष एक किसान और पशु पालक का काम करते हैं यह विभिन्न प्रकार के की देख रेख करते हैं, अखिल भारतीय गाय सरंक्षण समिति के अध्यक्ष भी है इनका जन्म बेंगलूर कर्नाटक में 12 मार्च को हुआ है अपनी शिक्षा इंग्लिश स्कूल से प्राप्त की है l
Bigg Boss Kannada Contestant Varthur Santhosh Arrested
‘बिग बॉस कन्नड़’ के 10 वें सीजन में चर्चा का विषय बने बिग बॉस कन्नड़ मे वर्थुर संतोष ने बाघ के असली पंजे से बना लॉकेट पहने हुए नजर आए, एक आघात ने उन्हें मुसीबत में डाल दिया है l वन विभाग की टीम ने बिग बॉस स्टूडियो मे जाकर वहां से वर्थुर संतोष को किया गिरफ्तार, वर्थुर संतोष को गिरफ्तार कर वर्थुर के खिलाफ गैर कानूनी धाराओं के तहत FIR दर्ज कर ली है l
वन विभाग टीम ने क्यों उठाया यह कदम?
Bigg Boss Kannada Contestant Santhosh Arrested: अधिकारियों ने बताया कि एक कन्नड़ टेलीविजन पर प्रसारित हो रहे बिग बॉस कन्नड़ मे वरथूर संतोष द्वारा बाघ के नाख़ून से बनी चेन पहनने की शिकायत मिलने के बाद यह कदम उठाया गया l
उन्होंने बताया कि बेंगलुरु (शहर) के उप वन संरक्षक एन रवींद्र कुमार के नेतृत्व में एक दल बिग बॉस कन्नड़ शूटिंग स्थल पर गया और रविवार रात को संतोष को गिरफ्तार कर लिया और लॉकेट को ज़ब्त कर लिया इस बात से स्पष्ट हो गया है कि लॉकेट बाघ के पंजे का बना है l
यह मामला सामाजिक मीडिया पर भी व्यापक रूप से चर्चा का विषय बन गया है, और इस घटना से लोगों के बीच विभिन्न प्रकार के सवाल आ रहे हैं l
Varthur Santhosh पर लगा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम का आरोप 1972 का उल्लंघन करने पर
रवींद्र कुमार (डीसीएफ उपवनसंरक्षक) ने इंडिया टुडे से बात चित के दौरान कहा कि, एक सार्वजनिक शिकायत दर्ज की गई थी वरथूर संतोष को बाघ के पंजे पहने हुए देखकर। शिकायत के बाद, हम उसकी जांच के लिए बिग बॉस स्टूडियो में गए जो कोमाघट्टा के पास स्थित है। कुछ देर बात चित के बाद, वरथूर ने हमें लॉकेट देने के लिए सहमति व्यक्त की।
रवींद्र कुमार (डीसीएफ उपवनसंरक्षक) ने आगे कहा, मैंने सही प्रक्रिया के द्वारा सोने के लॉकेट की जांच की जिसके अंतर्गत हमें पता चल सके कि वह असली बाघ का पंजा है या नकली। इसके बाद ही, हमने बिग बॉस के अधिकारियों को उसे हमारे सामने पेश करने के निर्देश दिया, फिर मैंने उससे पूछताछ की और उसने स्वीकार किया।
उसने होसुर में तीन साल पहले यह लॉकेट खरीदा था। ये सब कैमरे के सामने कबूल किया जो के यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन है। उसके बाद, हमने वरथूर संतोष को रात के साढ़े आठ बजे के आसपास अरेस्ट किया।
अधिकारियों के कहने के अनुसार, इस मामले में वरथूर संतोष को लगभग तीन से सात साल की सजा हो सकती है।
इस जुर्म की सजा क्या हो सकती है?
आपको बता दें कि किसी भी जीव जंतु के अंगों पहनना व उनका प्रदर्शन करना ‘वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972’ के तहत गैर कानूनी है, यह कानून धीरे-धीरे लुप्त होने वाली संकटग्रस्त प्रजातियों के लिए मजबूत सुरक्षा प्रदान करता है, इस अपराध को करने वाले किसी भी व्यक्ति को तीन से सात साल की सजा हो सकती है
इस घटना के कारण वर्थुर संतोष को अधिकारियों के सवालों का सामना करना होगा l